France में महिलाओं की लंबी लड़ाई में आखिरकार जीत हो ही गई है व इस देश की महिलाएं तय करेंगी की उन्हें कितने बच्चे पैदा करने है या नहीं |
France का Palace of Versailles 4 March को एक ऐतिहासिक घटनाक्रम का गवाह बना। France के Constitution में एक new article जोड़ा गया। अब France country में गर्भपात महिलाओं का constitutional right बन गया है।
Today, दुनिया के 100 से ज्यादा countries में अबॉर्शन legal है, but France दुनिया का first country है, जिसने abortion के kanooni status से ऊपर उठकर उन सभी महिलाओं को constitutional right का दर्जा दिया है।
इसको कानून की आसान भाषा में समझते है कि जैसे India का kanoon अपने सभी citizens को समता व freedom व शोषण व discrimination से रक्षा का बुनियादी constitutional right देता है।
उसी प्रकार अनचाही pregnancy को end करने का बुनियादी व guaranteed अधिकार अब France की womenes के पास है।
फ्रांस के इतिहास के भौगोलिक पन्नो को देखेंगे तो आपको सब बात समझ में आएगी। क्योकि फ्रांस में महिलाओ की यह लड़ाई 53 वर्ष पुरानी है। जिसका विरोध महिलाओ ने मैगजीन में नाम व सिग्नेचर सहित प्रस्तुत किया था।
मैगजीन में छपे घोषणा पत्र में महिलाओ ने अपने दर्द व गर्भपात सम्बन्धी जानकारियां लिखी थी। उस समय गर्भपात कराने पर फ्रांस का कानून सख्त था। लिस्ट में उस महिला का नाम भी था जिसने ( The Second Sex ) Famous Book लिखी थी।
जब France की संसद में यह कानून पास हुआ तो जगह -जगह मिठाइयां बाटी गई, एफिल टॉवर भी रौशनी से जगमगा रहा था और साथ में महिलाओ के 53 साल की लड़ाई के वह आँसू थे जिन्हे वह दिखा नहीं सकती थी।
जब कोई मर्द चुपचाप महिला का अबॉर्शन करवाता था व पकडे जाने पर महिला को आगे कर बच जाता था जिससे उन्हें जेल जाना व प्रताड़ित होना पड़ता था।
Leave a Reply